जैसे-
प्रश्न:- तुम तो वहाँ जाओगे?
उत्तर:- नहीं; मैं वहाँ नहींं जाऊँगा।
१) उसने पानी नहीं पिया।
( निषेध में निश्चय)
२) उसने केला नही खाया।
(निषेध में निश्चय)
☆'न' का प्रयोग निषेधमात्र में होता है।
तुम तो वहाँ जाओगे न?
(निश्चय के अर्थ में)
☆'मत' का प्रयोग विधिवाचक के अर्थ में ही होता है।
उदा:-
झूठ मत बोलो।
वहाँ मत लिखो।
प्रश्न:- तुम तो वहाँ जाओगे?
उत्तर:- नहीं; मैं वहाँ नहींं जाऊँगा।
☆निषेध में निश्चय प्रकट करने के लिए 'नहीं' का प्रयोग होता है।
उदा:-१) उसने पानी नहीं पिया।
( निषेध में निश्चय)
२) उसने केला नही खाया।
(निषेध में निश्चय)
☆'न' का प्रयोग निषेधमात्र में होता है।
उदा:-
१)मैं वहाँ न जाऊँगा।
☆'न' का प्रयोग निषेधमात्र के अतिरिक्त इसका प्रयोग निश्चय के अर्थ में प्रश्नार्थक भी होता है।
उदा:-तुम तो वहाँ जाओगे न?
(निश्चय के अर्थ में)
☆'मत' का प्रयोग विधिवाचक के अर्थ में ही होता है।
उदा:-
झूठ मत बोलो।
वहाँ मत लिखो।
◆ प्रार्थना, आज्ञा, या अनुमति आदि विधिवाचक के अंतर्गत आते है।
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