मात्रा :-
व्यंजन के साथ लगे स्वरों के चिह्न को 'मात्रा' कहते हैं।
दूसरे शब्दों में- जब किसी भी व्यंजन के साथ स्वरों के जो चिह्न लगाए जाते हैं, उसे 'मात्रा' कहते हैं।
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शब्द:-
सार्थक ध्वनि समूह को 'शब्द' कहते हैं।
दूसरे शब्दों में - दो या उससे अधिक वर्णों का सार्थक समूह को 'शब्द' कहते है।
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वाक्य:-
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वाक्य:-
सार्थक शब्दों (पदों) के उचित क्रम मेंं रखने से कुछ अर्थ निकलता है, उसे 'वाक्य ' कहते हैं।
● वाक्य अर्थपूर्ण होना चाहिए।
●शब्द को वाक्य मेंं प्रयुक्त करने के बाद पद कहलाता है। क्योंकि वाक्य में शब्द प्रयुक्त करने से व्याकरण के सभी कोटियों से बाँधने के कारण शब्द को 'पद' कहते है।
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● वाक्य अर्थपूर्ण होना चाहिए।
●शब्द को वाक्य मेंं प्रयुक्त करने के बाद पद कहलाता है। क्योंकि वाक्य में शब्द प्रयुक्त करने से व्याकरण के सभी कोटियों से बाँधने के कारण शब्द को 'पद' कहते है।
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संज्ञा:-
●नाम बतानेवाले शब्दों को संज्ञा कहते है।
●किसी व्यक्ति, वस्तु,स्थान, या भाव आदि का नाम बतानेवाला शब्द संज्ञा कहते हैं।
जैसे- राम,गोपाल, सीता, ताजमहल आदि।
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★
सर्वनाम:-
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त किये जानेवाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।
संक्षेप में संज्ञा के बदले प्रयुक्त होनेवाला शब्द सर्वनाम कहलाता हैं। संज्ञा की बार-बार आवृत्ति को रोकने के लिए सर्वनामों का प्रयोग किया जाता है।
★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★
विशेषण:- संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतानेवाले शब्दों को विशेषण कहते हैं।
उदा-छोटा,बड़ा,अच्छा,बुरा, लंबा , काला,सफेद आदि।
☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆
क्रिया:-
जिससे किसी व्यापार का होना या करनापाय जाय, उस शब्द को क्रिया कहा जाता है।
संक्षेप में काम बतानेवाला शब्द ही क्रिया है।
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क्रिया विशेषण:-
जिस शब्द से क्रिया की विशेषता प्रकट होता है , उस शब्द को क्रिया विशेषण कहते हैं।
दूसरे शब्दों में क्रिया की विशेषता बतानेवाले शब्दों को क्रिया विशेषण कहते हैं।
☆★☆☆★☆☆☆★★★☆☆☆★★★☆☆☆★★☆☆☆
संबंध बोधक:-
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के साथ आकर उनका वाक्य के दूसरे शब्दों के साथ संबंध जोडता है, उसे संबंध बोधक कहते हैं।
उदा:-
◇पेड़ के ऊपर कबूतर है।
◇पेड़ के सामने तालाब है।
●यहाँ 'के ऊपर','के सामने' संबंध बोधक अव्यय हैं।
☆★★☆★★☆★★☆★★☆★★☆★★☆★★☆★★☆
समुच्चय बोधक:-
दो शब्दों , वाक्यांशों या वाक्यों को जोड़नेवाले शब्दों को समुच्चय बोधक अव्यय कहते हैं।
उदा:-
●गीता और गैतम खेल रहे हैं।
●लड़के बहुत होशियार हैं परंतु गरीब हैं।
◇ यहाँ और , परंतु समुच्चयबोधक अव्यय शब्द हैं।
☆★★★★☆★★★★☆★★★★☆★★★★☆★★★★
●नाम बतानेवाले शब्दों को संज्ञा कहते है।
●किसी व्यक्ति, वस्तु,स्थान, या भाव आदि का नाम बतानेवाला शब्द संज्ञा कहते हैं।
जैसे- राम,गोपाल, सीता, ताजमहल आदि।
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सर्वनाम:-
संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त किये जानेवाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।
संक्षेप में संज्ञा के बदले प्रयुक्त होनेवाला शब्द सर्वनाम कहलाता हैं। संज्ञा की बार-बार आवृत्ति को रोकने के लिए सर्वनामों का प्रयोग किया जाता है।
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विशेषण:- संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतानेवाले शब्दों को विशेषण कहते हैं।
उदा-छोटा,बड़ा,अच्छा,बुरा, लंबा , काला,सफेद आदि।
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क्रिया:-
जिससे किसी व्यापार का होना या करनापाय जाय, उस शब्द को क्रिया कहा जाता है।
संक्षेप में काम बतानेवाला शब्द ही क्रिया है।
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क्रिया विशेषण:-
जिस शब्द से क्रिया की विशेषता प्रकट होता है , उस शब्द को क्रिया विशेषण कहते हैं।
दूसरे शब्दों में क्रिया की विशेषता बतानेवाले शब्दों को क्रिया विशेषण कहते हैं।
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संबंध बोधक:-
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम के साथ आकर उनका वाक्य के दूसरे शब्दों के साथ संबंध जोडता है, उसे संबंध बोधक कहते हैं।
उदा:-
◇पेड़ के ऊपर कबूतर है।
◇पेड़ के सामने तालाब है।
●यहाँ 'के ऊपर','के सामने' संबंध बोधक अव्यय हैं।
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समुच्चय बोधक:-
दो शब्दों , वाक्यांशों या वाक्यों को जोड़नेवाले शब्दों को समुच्चय बोधक अव्यय कहते हैं।
उदा:-
●गीता और गैतम खेल रहे हैं।
●लड़के बहुत होशियार हैं परंतु गरीब हैं।
◇ यहाँ और , परंतु समुच्चयबोधक अव्यय शब्द हैं।
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